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Friday, March 5, 2021

बिज़नेस क्या है? What is Business Hindi में

 

बिज़नेस क्या है? What is Business in Hindi


Business Kya hai ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के लिए व्यवसाय ही करना होगा. यही एक मात्र रास्ता है जिससे, जितना चाहते हो उतना धन अर्जित किया जा सकता है. यदि कोई फिक्स सैलरी में नौकरी करने वाले व्यक्ति के पास अगाध पैसा हो तो इसका मतलब या तो पुरानी संपत्ति है या दूसरा क्या हो सकता है आप समझ सकते हो.

Business Kya Hai :-

व्यवसाय की शुरुआत उपभोक्ताओं को उत्पादन या या सेवा प्रदान करने के लिए किया जाता है. इसे कंपनी, फर्म, इंटरप्राइजेज भी कहते हैं. व्यवसाय बहुत बड़ा क्षेत्र है जिसके अंतर्गत व्यापार, उत्पादन और गुणवत्ता सभी कार्य शामिल है. बिज़नस वस्तुओ और सेवाओं के निरंतर उत्पादन और उसे उपभोक्ता तक पहुचाने की एक आर्थिक प्रक्रिया है. दूसरे शब्दों में बिज़नस का उद्देश्य वस्तु उत्पादन और सेवाओं से मानवीय इक्षाओं की पूर्ति कर लाभ कमाया जाता है. लाभ कमाने के उद्देश्य से वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन कर इसे ग्राहक तक पहुंचाने के लिए कई प्रक्रिया से गुजरना होता है. जैसे कंपनी >> ट्रांसपोर्टर >> व्होलसेलर >> रिटेलर >> ग्राहक.

पूँजीवादी अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार को अहम् स्थान दिया गया है. किसी देश की व्यवस्था को चलाने के लिए देश में ज्यादा से ज्यादा व्यापारी वर्ग का का होना जरूरी है. सरकार के पास इन्हीं व्यापारी वर्ग से टैक्स के रूप में पर्याप्त धन आता है. जिससे सरकारी कर्मचारी को तनख्वाह दिया जाता है. व्यवसायी लाभ कमाने के लिए काम करते हैं. सरकार की संस्था और सरकारी संस्था भी व्यापार करती है. लेकिन, यह लाभ की जगह लोक कल्याण के लिये काम करती है. 

अगर आसान शब्दों में, कहे कि बिज़नस क्या है, तो इसका जवाब है – 

बिज़नस , लाभ के उद्देश्य से वस्तुओ और सेवाओ का उत्पादन, और उत्पादित वस्तुओ और सेवाओ को उपभोक्ता तक पहुचाने की प्रक्रिया है, जो लगातार काम करती रहती है, 

जैसे – एक कंपनी प्रोडक्ट बनाती है, उस प्रोडक्ट को ट्रांसपोर्टर की हेल्प से wholeseler तक पहुचाया जाता है और wholeseller से दुकानदार तक पहुचाया जाता है, और फिर एक दुकानदार जो भी सामान अपने ग्राहक को बेचता है, 

ठीक इसी तरह एक नाई अपनी दुकान में लोगो के दाढ़ी, बाल निकलता है, 

दोनों ही क्रिया, लाभ के उद्देश्य से की जा रही है, और उपभोक्ता तक वस्तु और सेवा पहुचाई जा रही है, और इसलिए ये सभी क्रियाए बिज़नस कहलाती है, 

बिजनेसमैन कौन होता है ? (Who is Businessman) 

इंसान की प्राथमिक जरूरत है, भोजन, कपड़े और मकान, लेकिन इसके आलावा भी जीवन को आसान बनाने वाली भी इन्सान की बहुत सारी जरुरते भी है, 

तो बात चाहे प्राथमिक जरूरत की हो या जीवन को आसान बनाने वाली, इसके लिए जरूरत होती है कुछ प्रोडक्टस यानि उत्पाद और सर्विसेज यानि सेवाओ की, 

और जो भी व्यक्ति, संस्था या कंपनी , लाभ के उद्देश्य से प्रोडक्ट या सर्विसेज बनाते है, या जो भी प्रोडक्ट और सर्विसेज को उपभोक्ता यानि ग्राहक (End User ) तक पहुचाते है, उन्हें बिजनेसमैन कहा जाता है, 

ध्यान दीजिए कि – बिज़नसमैंन एक कोई अकेला व्यक्ति भी हो सकता है, और बड़ी से बड़ी कंपनी भी हो सकती है. 

Business की परिभाषा 

बिज़नस , किसी व्यकित संस्था अथवा कंपनी द्वारा किया जाने वाला बिज़नस एक्टिविटी है, और बिज़नस एक्टिविटी से मतलब है लाभ के उद्देश्य से वस्तुओ और सेवाओ का उत्पादन, और उत्पादित वस्तुओ और सेवाओ को उपभोक्ता (End user) होता है, 

व्यवसाय के प्रकार 

हमारे आसपास में मौजूद सभी लोग किसी न किसी कार्य में व्यस्त है. जैसे किसान खेत में काम करता है, चिकित्सक मरीज का इलाज करता है, शिक्षक शिक्षा देने का काम कर रहा है, se हर व्यक्ति अपने कार्यों में व्यस्त है. लोगों का अपने कामों में व्यस्त रहने का वजह है जीवन जीने के लिए धनोपार्जन करना जिससे आवश्यकता की पूर्ति हो सके. कुछ लोग इतना काम कर देश और दुनिया के अमीर व्यक्ति के श्रेणी में आ जाते हैं तो कुछ सिर्फ आवश्यकताओं की पूर्ति कर पाते हैं. मानव दो तरह के कार्यों में व्यस्त है. 

अनार्थिक कार्य 

वैसे कार्य जो धन अर्जित करने के वजय संतुष्टि प्राप्त करने, सेवा के उद्देश्य से की जाती हैं उसे अनार्थिक कार्य कहते हैं. इसमें सामाजिक उत्तरदायित्वों की पूर्ति, स्वास्थ्य लाभ, कुछ ऐसी योजना जिससे लोक कल्याण हो सके. इसमें वह सभी काम शामिल है जो हम करते तो हैं लेकिन, इससे किसी तरह का आर्थिक लाभ नहीं होता है. 

आर्थिक कार्य 

वैसा काम जो आर्थिक लाभ (धन अर्जित) करने के उद्देश्य से की जाती हैं. इसमें कार्य का मुख्य उद्देश्य धनोपार्जन ही है. जैसे शिक्षक धन कमाने के लिए शिक्षा देने का काम करता है. किसान फसल बेच कर पैसा कमाने के लिए खेत में काम करता है. सरकारी और निजी संस्थानों में कार्य करने वाला व्यक्ति वेतन के लिए कार्यालय या कारखाने में काम कर मजदूरी लेता है. आर्थिक कार्य मुख्य रूप से तीन तरह से किया जाता है. 

नौकरी : नौकरी भी व्यवसाय ही है. यह एक ऐसे धंधे को सम्बोधित करता है. जिसमें व्यक्ति समय से दूसरों के लिए कार्य करता है और उसके बदले में वेतन अथवा मजदूरी प्राप्त करता है. सरकारी कर्मचारी, कंपनियों के कार्यकारी, बैंक कर्मचारी, फैक्ट्री मजदूर आदि नौकरी में संलग्न माने जाते हैं. नौकरी में मिलने वाला वेतन काम के घंटे और व्यक्ति के कार्य कुशलता पर निर्भर करता है. सामान्य तौर पर नौकरी देने वाला कर्मचारी का वेतन, समय और अन्य शर्तों को तय करता है. 

पेशा : डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, ये सब पेशेवर होते हैं. एक व्यक्ति सभी क्षेत्र का विशेषज्ञ नहीं हो सकता है. ऐसा में हमें दूसरे क्षेत्रों के विशेषज्ञ व्यक्तियों की आवश्यकता होती है. किसी कानूनी सलाह के लिए वकील से मिलना होता है, बीमार होने पर डॉक्टर से मिलना होता है. ये सभी व्यक्ति पेशे से जुड़े लोग हैं. पेशेवर व्यक्ति अपने ज्ञान से धन अर्जित करता है. 

व्यवसाय की विशेषता 

बिज़नेस लिखने पढ़ने में जितना छोटा लगता है. वास्तव में यह बहुत ही व्यापक शब्द है. हम सभी बिज़नस से परिचित है, लेकिन बिज़नस को कुछ शब्दों में परिभाषित करना थोड़ा मुश्किल जरूर है. बिज़नेस जितना बड़ा होता है. समझने में उतना ही ज्यादा समय लग जाता है. जैसे नौकरी, पेशा की कुछ विशेषता होती है. वैसे ही बिज़नेस की कुछ अलग ही विशेषता होती है. 

वस्तु और सेवा का लेन-देन : व्यवसाय में लोग वस्तु और सेवा का खरीद बिक्री करते हैं. व्यवसाय कई तरीका का होता है. इस ब्लॉग पर बिज़नेस आईडिया भी शेयर किया जाता है. यदि किसी बिज़नेस आईडिया के बारें में जानना हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हो. व्यवसाय में उत्पादन से ग्राहक तक पहुंचने के लिए कई काम किया जाता है. 

वस्तु और सेवा का विक्रय : व्यवसाय में दो लोग होते हैं एक वह जो सामान खरीदेगा दूसरा वह जो सामान बेचेगा. यदि कोई व्यक्ति खुद के लिए या किसी को बिना किसी मूल्य में देने के लिए उत्पादन का काम करता है तो यह व्यवसाय की श्रेणी में नहीं आता है. व्यवसाय का सीधा मतलब मुनाफा से है. क्यूंकि, व्यवसाय का मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना होता है. इसके अलावे यदि कोई अपना पुराना सामान किसी को बेचता है तो यह भी व्यवसाय की श्रेणी में नहीं है. यदि कोई पुराना सामान खरीदने बेचने का काम करता है तभी वह व्यवसाय है. 

व्यवसाय के लिए निवेश : किसी भी बिज़नेस की शुरुआत के लिए कैपिटल की जरूरत होती है. यह कैपिटल (पूँजी) शुरूआती पूँजी, आने वाले समय में कर्मचारी का वेतन, जगह का किराया देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह पूँजी खुद का हो सकता है या किसी बैंक से लोन या किसी निवेशक का निवेश. 

व्यवसाय का उद्देश्य : व्यावसाय का मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना होता है. व्यवसाय छोटा हो या बड़ा उसमें जो कुछ भी किया जा रहा है. उसका मकसद सिर्फ और सिर्फ लाभ कमना है. कुछ बिज़नेस ऐसे हैं जिसमें बहुत कम लागत से बहुत अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. लेकिन कुछ ऐसे भी बिजनेसमैन हैं जिन्होनें कमाया तो नहीं लेकिन जो पूँजी था वो भी गवां दिया. लाभ के बिना व्यवसाय को चालू रखना संभव नहीं है. इसीलिए व्यवसाय आय की अनिश्चितता और जोखिम से भरा हुआ है.

 

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